प्रधानमंत्री मोदी जिस आरोग्य सेतु ऐप के लिए कह रहे हैं, उसका ज़्यादा डाउनलोड होना क्यों जरूरी है?


हमारे नियमित पाठकों को यह याद होगा इससे पहले हमारे वेब पेज baseers creation पर हमने आरोग्य सेतु ऐप का विश्लेषण किया था.
सरकार का आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने से पहले जान लें, ये काम कैसे करता है.जो के ऊर्दू भाषा में था.
प्रधानमंत्री मोदी जिस आरोग्य सेतु ऐप के लिए कह रहे हैं,
प्रधानमंत्री मोदी जिस आरोग्य सेतु ऐप के लिए कह रहे हैं, उसका ज़्यादा डाउनलोड होना क्यों जरूरी है?


नरेंद्र मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि ऐप डाउनलोड करें.
नरेंद्र मोदी जब आज 14 अप्रैल को लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर रहे थे, उस समय आरोग्य सेतु ऐप पर भी बात की. लोगों से आग्रह किया कि इसे डाउनलोड करें. तो आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए नरेंद्र मोदी क्यों कह रहे हैं?
सीधा-सा जवाब तो एक ही है. आरोग्य सेतु ऐप को जितने ज़्यादा लोग डाउनलोड करेंगे, उतने ज़्यादा मामले सामने आयेंगे. और संक्रमण को रोकने में ज़्यादा मदद मिलेगी.

ऐसा कैसे होगा? ये ऐसे होगा. आपके द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर ये ऐप आपको बताता है कि आप कोरोना पॉज़िटिव होने से सेफ़ हैं या नहीं.

इसके साथ ही ऐप आपको ये भी जानकारी देता है कि आप किसी कोरोना पॉज़िटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आए हैं या नहीं. साथ ही अगर कोई कोरोना पॉज़िटिव या ऐसे ही लक्षणवाले व्यक्ति आइसोलेशन में न होकर अगर पब्लिक स्पेस में है, तो भी इसकी जानकारी प्रशासन के पास पहुंच जाती है. प्रशासन आदमी को ट्रेस कर निकलता है. और ये सब करने के लिए ऐप आपके मोबाइल की लोकेशन सर्विस और आपके फ़ोन के ब्लूटूथ का इस्तेमाल करता है. इस पूरे सिस्टम की मदद से सरकार को संक्रमण की रोकथाम करने में मदद मिलेगी.

इसके अलावा इस ऐप में कोरोना से बचाव के लिए सभी ज़रूरी गाइडलाइन और सुझाव भी नत्थी किए गए हैं. सबकुछ कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए. चूंकि इस ऐप में यूज़र का डेटा मौजूद होगा, इसलिए प्राइवेसी पर भी सवाल उठ रहे हैं. लेकिन वहीं सिंगापुर, चीन और साउथ कोरिया जैसे देशों को इसी तरह के दूसरे ऐप की मदद से ही कांटैक्ट ट्रेसिंग में बहुत मदद मिली. बढ़ रहे केसों को थामने में भी. इस लिहाज़ से इस ऐप के डाउनलोड को फ़िलहाल बेहद ज़रूरी माना जा रहा है.

क्या-क्या होगा ऐप में?

सबसे पहली बात ये ऐप अंग्रेज़ी के अलावा 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. लेकिन ऊर्दू भाषा कहिं नहीं है.  द्वाराल आपके दी गयी जानकारी के आधार पर ये ऐप आपको बताएगा कि आप कोरोना पॉज़िटिव होने से सेफ़ हैं या नहीं. इसके साथ ही ऐप आपको ये भी जानकारी देगा कि आप किसी कोरोना पॉज़िटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आए हैं या नहीं. साथ ही अगर कोई कोरोना पॉज़िटिव या ऐसे ही लक्षणवाले व्यक्ति आइसोलेशन में न होकर अगर पब्लिक स्पेस में है, तो भी इसकी जानकारी प्रशासन के पास पहुंच जाएगी. इसके अलावा इस ऐप में कोरोना से बचाव के लिए सभी ज़रूरी गाइडलाइन और सुझाव भी नत्थी किए गए हैं. सबकुछ कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए. 
आरोग्य सेतु ऐप
आरोग्य सेतु ऐप

कैसे काम करता है ये ऐप?

सबसे पहले अपने फ़ोन के ऐप स्टोर या प्ले स्टोर से ऐप को डाउनलोड करना होगा. इंस्टाल हुआ. ऐप खोलिए. अपनी सहजता की भाषा चुनिए. अपना फ़ोन नम्बर भरिए. OTP आएगा. उसकी मदद से अकाउंट बनाइये. अपनी डिटेल भरिए. नाम, पता, उम्र और तमाम. इस स्टेप पर आपसे ईमानदारी की अपेक्षा की जाती है. ईमानदारी कि आप अपनी सही जानकारी देंगे. इस समय ऐप आपसे परमिशन भी मांगेगा. एक तो आपके फ़ोन का GPS इस्तेमाल करने की परमिशन और आपके फोन का ब्लूटूथ इस्तेमाल करने की परमिशन. जानकारी-परमिशन के बाद ऐप आपसे पूछेगा कि आपने बीते कुछ दिनों में किन-किन देशों की यात्रा की है. बहुत सारे देशों की लिस्ट है. वहाँ पर भी ईमानदारी से बताना होगा. जवाब देना होगा. इसके बाद आपसे कुछ बेसिक से सवाल पूछे जायेंगे. सही जवाब दीजिए. उसके बाद ऐप आपको बताएगा कि आप सेफ़ हैं या नहीं हैं. 

GPS और ब्लूटूथ की मदद से ऐप इस बात का पता लगाएगा कि क्या आप किसी कोरोना पॉज़िटिव व्यक्ति के सम्पर्क में तो नहीं आए हैं? इसका पता कैसे? इसका पता भी तभी चल सकता है कि यदि कोरोना पॉज़िटिव व्यक्ति ने भी इस ऐप को इंस्टॉल कर रखा हो. इसको निश्चित करने के लिए सरकार कैम्पेन के माध्यम से ‘आरोग्य सेतु’ ऐप का प्रचार करने जा रही है, ऐसी ख़बरें चल रही हैं. अब अगर आप सम्पर्क में आ गए. तो प्रशासन से सम्पर्क कीजिए. नहीं करते तो? तो ऐप में आपका हिसाब-किताब पड़ा ही हुआ है. स्वास्थ्य विभाग को ख़ुद पता लग जाएगा. और बाक़ी आगे जांच, आइसोलेशन और उस हिसाब से ट्रीटमेंट.
फ़िलहाल सरकार और लोगों को इस ऐप की ज़रूरत महसूस हो रही है. साउथ कोरिया, सिंगापुर और चीन जैसे देशों ने दबाकर इस ऐप का इस्तेमाल किया. कांटैक्ट ट्रेसिंग में बहुत मदद मिली. लोकेशन और ब्लूटूथ की मदद से. सरकार बता रही है कि ज़रूरी है मामला. तभी तो लॉंच होने के तीन दिनों के भीतर इस ऐप के 50 लाख से ज़्यादा डाउनलोड हो चुके हैं. और आज तक 1 करोड डाउनलोड हो चुके हैं.

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